तेज प्रताप यादव द्वारा किए गए एक फेसबुक पोस्ट से बिहार की राजनीति गरमा गई है। राजद सुप्रीमो लालू यादव द्वारा अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को परिवार एवं पार्टी से निकाले दिया गया है। तेज प्रताप यादव को पार्टी एवं परिवार से निकाले जाने पर लालू यादव पर चौतरफा हमला हो रहा है। लालू यादव के इस फैसले पर घर वाले और बाहर वाले दोनों हमलावर हो गए हैं।
लालू प्रसाद के साले ने लगाया साजिश का आरोप
इसपर प्रतिक्रिया देते हुए राबड़ी देवी के भाई और पूर्व राज्यसभा सांसद सुभाष यादव ने कहा कि लालू यादव ने किसी दबाव में आकर तेज प्रताप को पार्टी से निकाला है। उन्होंने कहा कि लालू यादव भले ही उनको पार्टी से निष्कासित कर सकते हैं पर परिवार से नहीं निकाल सकते हैं। ऐसा करने के लिए उन्हें न्यायालय का जाना पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि तेज प्रताप यादव की जबरदस्ती शादी कराई गई थी , वे शादी के लिए राजी नहीं थे। लालू यादव, राबड़ी यादव, तेजस्वी यादव सब इस साजिश में फसेंगे।
जदयू प्रवक्ता ने लालू यादव के मूल्यों पर उठाया सवाल
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जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता और विधान परिषद के सदस्य नीरज कुमार ने तेज प्रताप को पार्टी से निकाले जाने पर पूछा कि लालू प्रसाद अगर नैतिक मूल्यों की बात कर रहे हैं तो ये नैतिक मूल्य उस समय कहां गया था जब दरोगा राय की पोती ऐश्वर्या राय के साथ दुर्व्यवहार हो रहा था? क्या यही बेटियों का सम्मान है लालू परिवार में ? उन्होंने लालू प्रसाद से पूछा कि कहीं ऐश्वर्या राय द्वारा मुआवजे या वैवाहिक अधिकारों की मांग से बचने की चाल तो नहीं है? बिना तलाक दूसरी शादी तो अमान्य है तो फिर अनुष्का यादव का क्या होगा ?
प्रशांत किशोर ने भी लालू प्रसाद को घेरा
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लालू जी अपने परिवार में किसे रखते हैं और किसे निकालते हैं,इससे बिहार का क्या लेना-देना है? वे आज भी चाहते हैं कि उनके बेटे तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बने। उन्होंने आगे कहा कि लालू प्रसाद यादव में हिम्मत है तो वे यह घोषणा करें कि पार्टी का चेहरा यादव समाज का सबसे काबिल व्यक्ति होगा ,न कि उनका बेटा तेजस्वी। अगर वह ये घोषणा करते हैं तो हम अपना पूरा अभियान वापस ले लेंगे।
भाजपा ने कहा कि पहले क्यों नहीं सम्मान की चिंता हुई
भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री निखिल आनंद ने कहा कि लालू यादव ने अपने सम्मान की चिंता करते हुए तेज प्रताप पर यह निर्णय लिया है। लालू यादव अपने बड़े बेटे को पार्टी से निकाल कर राजद की प्रतिष्ठा संभालने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीं बेटे से दूरी बना कर परिवार को प्रतिष्ठा बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता ने आगे पूछा कि “लालूजी, क्या आपने कभी दरोगा प्रसाद राय, चंद्रिका राय और ऐश्वर्या राय के मान- मर्यादा, इज्जत- प्रतिष्ठा बारे में भी कभी सोचा ? आपने यादव समाज की राजनीति की तो यादव समाज के प्रतिष्ठा की भी कम-से-कम थोड़ी बहुत सोच लेते क्योंकि यादव समाज की बेटी की इज्जत- प्रतिष्ठा आपके बेटे और परिवार के कारण सरेआम नीलाम हुई है।
रिपोर्ट : मनीष कुमार