मुरादाबाद: समाजवादी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद राम गोपाल यादव विवादित टिप्पणी करते नजर आए हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बारे में ब्रीफिंग देने वाली विंग कॉमनडेर व्योमीका सिंह के ऊपर राम गोपाल यादव ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया । सोफिया कुरैशी के खिलाफ विजय शाह द्वारा की गई टिप्पणी पर बोलती हुए उनकी खुद की जुबान फिसल गई। उन्होने कहा कि विजय शाह ये भी नहीं जानते कि व्योमिका सिंह, एयर मार्शल ए.के. भारती हैं कौन।
सपा नेता ने कहा कि ऑपरेशन युद्ध एक यादव, दलित और मुसलमान लड़ हैं, जिसमे उन्होंने दलित के लिए जातिसूचक बात कही। उन्होंने कहा कि युद्ध के दौरान तीनों पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यक वर्ग से आते हैं। ऐसे में भाजपा इस अभियान का श्रेय नहीं ले सकती है।
उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार में भाजपा के मंत्री विजय शाह के बयान को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि सोफिया के खिलाफ गलत बयान देने वाले मंत्री के खिलाफ भाजपा को तत्काल कार्यवाई करते हुए इस्तीफा मांगना चाहिए।
उन्होंने भाजपा पर निशान साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार सेना के पराक्रम का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सेना ने साहस के साथ आतंकवादियों के अड्डे तबाह किए लेकिन सरकार ट्रम्प के दवाब के आगे झुक गई ।
उन्होंने 2027 ,में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर दावा किया कि समाजवादी पार्टी एकतरफा जीतेगी,लोग योगी सरकार के अत्याचार और भ्रष्टाचार से तंग आ चुके है।
सीएम योगी ने किया पलटवार
राम गोपाल यादव द्वारा दिए गए बयान का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने अपने “X” हैन्डल पर लिखा कि – सेना की वर्दी ‘जातिवादी चश्मे’ से नहीं देखी जाती है। भारतीय सेना का प्रत्येक सैनिक ‘राष्ट्रधर्म’ निभाता है, न कि किसी जाति या मजहब का प्रतिनिधि होता है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव द्वारा एक वीरांगना बेटी को जाति की परिधि में बांधना न केवल उनकी पार्टी की संकुचित सोच का प्रदर्शन है, बल्कि सेना के शौर्य और देश की अस्मिता का भी घोर अपमान है।यह वही मानसिकता है, जो तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति में राष्ट्रभक्ति तक को बांटने का दुस्साहस करती है।इस विकृत जातिवादी सोच को जनता फिर जवाब देगी।
रिपोर्ट: मनीष कुमार