पटना: बिहार के दरभंगा में कार्यक्रम करने के बाद पटना पहुंचे राहुल गांधी ने 400 कार्यकर्ताओं के साथ एक निजी हॉल में समाज सुधारक ज्योति बाई फुले के
ऊपर बनी फिल्म ‘फुले’ देखी। फिल्म देखने के बाद उन्होंने कहा कि फिल्म बहुत अच्छी थी, सभी को इस फिल्म को देखना चाहिए। यह प्रेरणादायक फिल्म है और समाज की सच्चाई को दिखाती है।
दिल्ली रवाना होने से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि दौरे कि शुरुआत में प्रशासन कोई दिक्कत नहीं थी पर बाद में वे उन्हे रोकने की कोशिश करने लगे लेकिन उनको जो करना था उन्होंने ने कर दिया। जातिगत जनगणना के विषय में बोलते हुए गांधी ने कही कि, प्राइवेट यूनिवर्सिटी और कॉलेज में जो कानून है कि आरक्षण होना चाहिए वो कानून लागू हो और 50
प्रतिशत की जो आरक्षण वाली दीवार है उसे तोड़ी जानी चाहिए और वो तोड़ कर रहेंगे।
दरभंगा में किया था छात्रों को संबोधित
राहुल गांधी गुरुवार से बिहार दौरे पर हैं। वे शिक्षा न्याय संवाद कार्यक्रम में शामिल होने दरभंगा पहुंचे थे। उन्हें प्रशासन ने अंबेडकर छात्रावास में कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी थी पर वो पिछले दरवाजे से छात्रावास चले गए।
उन्होंने कहा कि छात्रों से 24 घंटे अन्याय हो रहा है। उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है, देश में सही तरीके से जातिगत जनगणना होनी चाहिए।
इस देश में 90 प्रतिशत आबादी के लिए कोई रास्ता नहीं है।उनकी भागीदारी नौकरशाही में ज़ीरो, कॉर्पोरेट में ज़ीरो, एजुकेशन, मेडिकल सिस्टम में ज़ीरो है।
मानरेगा की लिस्ट, मजदूरों कि लिस्ट में आपके लोग भरे पड़े हैं। सारा धन आज 10 % लोगों के हाथ में है।
इस साल नवंबर में है बिहार चुनाव
राहुल गांधी का यह दौरा नवंबर में होने वाले बिहार विधानसभा के लिहाज से अहम माना जा रहा है। यह दौरा पिछड़ों और दलितों पर काँग्रेस पार्टी की पकड़ मजबूत करने कि भी कोशिश है।
रिपोर्ट: मनीष कुमार