अमेरिका के 67 वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। दोनों ताकतवर व्यक्तियों के बीच विवाद हाल के दिनों में काफी बढ़ गया है, जिसने उनके पहले के दोस्ताना रिश्ते को “दोस्त से दुश्मन” में बदल दिया है। यह विवाद कई मुद्दों पर केंद्रित है, जिनमें आर्थिक नीतियां, व्यक्तिगत आरोप और राजनीतिक बयानबाजी शामिल हैं।
राष्ट्रपति ट्रम्प के आर्थिक और व्यापारिक नीतियों का विरोध
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डोनाल्ड ट्रंप की आक्रामक टैरिफ नीतियां, खासकर चीन के साथ, मस्क के व्यापार को नुकसान पहुंचा रही हैं, क्योंकि उनकी कंपनियों का वैश्विक स्तर पर काफी संचालन है। मस्क ने अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच “जीरो टैरिफ” रखने की वकालत की है, जबकि ट्रंप ने यूरोप पर टैरिफ बढ़ाने की पहल की है, जिससे उनके बीच तनाव बढ़ा है।
ट्रंप ने एलन मस्क की सरकारी सब्सिडी और कॉन्ट्रैक्ट्स को समाप्त करने की धमकी दी है। उनका कहना है कि इससे अरबों-खरबों डॉलर की बचत होगी। यह धमकी तब आई जब मस्क ने ट्रंप प्रशासन के एक नए सरकारी कर विधेयक, जिसे ट्रंप “वन बिग, ब्यूटीफुल बिल” कहते हैं, की आलोचना की। मस्क ने इस बिल को “घृणित घृणा” (Disgusting Abomination) करार दिया है और कहा है कि यह संघीय घाटे को बढ़ाएगा।
ट्रंप ने आरोप लगाया है कि मस्क इलेक्ट्रिक वाहन टैक्स इंसेंटिव के हटाए जाने से नाराज हैं।
व्यक्तिगत आरोप और बयानबाजी
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मस्क ने बिना सबूत दिए दावा किया है कि डोनाल्ड ट्रंप का नाम यौन अपराधी जैफ़्री एपस्टीन से जुड़ी फाइलों में है, और यही वजह है कि वे फाइलें सार्वजनिक नहीं की गईं। इस दावे ने राजनीतिक हलकों में जोरदार बहस छेड़ दी है। मस्क ने यहां तक कह दिया कि मेरी ही वजह से ट्रंप चुनाव जीते, अगर मैं नहीं होता तो ट्रंप की हार निश्चित थी। उन्होंने ट्रंप के महाभियोग की मांग तक कर दी है और उप-राष्ट्रपति के रूप में जेडी वेंस को लाने का सुझाव दिया है। ट्रंप ने मस्क के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें “बेचारा” कहा है और कहा है कि मस्क ने अपना दिमाग खो दिया है। ट्रंप ने यह भी कहा कि वह अब मस्क से बात नहीं करना चाहते।
मस्क ने 30 मई 2025 को ट्रंप प्रशासन से अचानक इस्तीफा दे दिया। वह सरकारी विभागों की दक्षता बढ़ाने के लिए बनाई गई टीम (DoGE) का नेतृत्व कर रहे थे। उनके इस कदम ने उनके और ट्रंप के बीच संबंधों में सार्वजनिक रूप से तनाव को और बढ़ा दिया।
रिश्तों में उतार-चढ़ाव
2016 में, मस्क ट्रंप के विरोधी हुआ करते थे और उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि ट्रंप राष्ट्रपति पद के लिए योग्य नहीं हैं। हालांकि, बाद में उनके संबंध सुधरे और मस्क को ट्रंप प्रशासन में एक प्रभावशाली व्यक्ति माना जाने लगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों लगभग हर दिन एक साथ समय बिताते थे और मस्क ने विदेशी नेताओं के साथ भी मुलाकातें की थीं।
हाल ही में, ट्रंप और मस्क के बीच सार्वजनिक रूप से टकराव बढ़ गया है। मस्क ने ट्रंप की नीतियों की आलोचना की है और ट्रंप ने मस्क पर पलटवार किया है।
टेस्ला के शेयरों में गिरावट
ट्रम्प और मस्क के झगड़े का त्वरित परिणाम ये हुआ है कि टेस्ला के शेयरों में भारी गिरावट आई है, जिससे मस्क को भारी वित्तीय नुकसान हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप की टैरिफ नीति और मस्क के व्यापार पर दबाव भारत की योजनाओं को भी प्रभावित कर सकता है, खासकर स्टारलिंक जैसी परियोजनाओं को। कुल मिलाकर, ट्रंप और मस्क के बीच का यह विवाद सिर्फ व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि इसके गहरे आर्थिक और राजनीतिक निहितार्थ भी हैं, जो वैश्विक व्यापार और संबंधों को प्रभावित कर सकते हैं।
रिपोर्ट: मनीष कुमार