Written by : Gaurav Kumar
पटना: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा आज घोषित किए गए कक्षा 12वीं के परिणामों में पटना क्षेत्र का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। इस वर्ष क्षेत्र का कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 82.86% दर्ज किया गया है, जो पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले गिरावट दर्शाता है। देश के 17 क्षेत्रों में पटना 14वें स्थान पर रहा है, जो शिक्षाविदों और छात्रों के लिए चिंता का विषय है।
परिणामों के विश्लेषण से पता चलता है कि पटना क्षेत्र में 12वीं कक्षा की परीक्षा में शामिल हुए छात्रों में से केवल 82.86% ही सफल हो पाए हैं। जबकि राष्ट्रीय औसत 88.39% रहा, पटना क्षेत्र का प्रदर्शन इससे काफी नीचे रहा है। लिंगवार प्रदर्शन की बात करें तो लड़कियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन समग्र उत्तीर्ण प्रतिशत संतोषजनक नहीं है।
विगत वर्षों के परिणामों पर नजर डालें तो 2023 में पटना क्षेत्र का उत्तीर्ण प्रतिशत 85.47% था। 2021 में कोविड-19 के कारण मूल्यांकन नीति अलग होने से परिणाम 98.91% रहा था, लेकिन यदि उस वर्ष को छोड़ दें तो भी इस वर्ष का 82.86% का आंकड़ा 2020 (74.57%) और 2018 (70.54%) के आसपास ही है, लेकिन पिछले वर्ष से कम है। देश के अन्य प्रमुख क्षेत्रों जैसे विजयवाड़ा (99.60%), त्रिवेंद्रम (99.32%) और चेन्नई (97.39%) की तुलना में पटना का प्रदर्शन काफी कमजोर रहा है।
इस परिणाम के कई संभावित कारण हो सकते हैं, जिनमें शैक्षणिक सत्र में व्यवधान, शिक्षण विधियों में कमी या छात्रों की तैयारी में कमी शामिल हैं। शिक्षा विभाग और संबंधित अधिकारियों को इस गिरावट के कारणों का विश्लेषण करना होगा और भविष्य में सुधार के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। छात्रों और अभिभावकों को निराश होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि असफल छात्र कंपार्टमेंट परीक्षा के माध्यम से अपने प्रदर्शन को सुधारने का अवसर प्राप्त कर सकते हैं। CBSE जल्द ही कंपार्टमेंट परीक्षा से संबंधित विस्तृत जानकारी जारी करेगा।
पटना क्षेत्र के कक्षा 12वीं के परिणाम निश्चित रूप से सुधार की आवश्यकता हैं। शिक्षा प्रणाली में आवश्यक बदलाव करके और छात्रों को बेहतर मार्गदर्शन प्रदान करके भविष्य में बेहतर परिणाम की उम्मीद की जा सकती है।
रिपोर्ट: गौरव कुमार