पटना: राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोइया फ्रंट के तत्वाधान में “रसोइयों को न्याय दिलाओ आक्रोश रैली और महाधरणा” का आयोजन किया गया। इस महाधरणा का नेतृत्व फ्रंट के संस्थापक सह राष्ट्रीय महासचिव रामकृपाल भाई ने किया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत कार्यरत रसोइयों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां और बैनर लिए नारेबाजी की —
“जब तक रसोइया भूखा है, नीतीश मोदी झूठा है”
“नीतीश का बच्चा सोता है, हमारा बच्चा रोता है”
https://youtu.be/YhG6HCK2lpU?si=K0ewmooQmvZOrnXS
रसोइयों ने सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान में उन्हें मात्र ₹1650 प्रतिमाह मानदेय दिया जाता है, जो जीवन यापन के लिए बिल्कुल अपर्याप्त है। उन्होंने मांग की कि इस मानदेय को बढ़ाकर ₹10,000 प्रतिमाह किया जाए।
रसोइयों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गईं, तो आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में वे सरकार के खिलाफ वोट देने का आह्वान करेंगे।
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि रसोइए बच्चों के पोषण और शिक्षा व्यवस्था में अहम योगदान देते हैं, लेकिन उन्हें उचित वेतन और सम्मान नहीं दिया जा रहा। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।
गर्दनीबाग का इलाका पूरे दिन नारों, गीतों और भाषणों से गूंजता रहा।
रिपोर्ट: मनीष कुमार