पटना: पटना ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विक्रम सिहाग के नेतृत्व में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने और गंभीर अपराधों में वांछित अपराधियों को दबोचने के लिए एक विशेष “समकालीन अभियान” (S-Drive) चलाया गया। 19 मई से 21 मई की सुबह तक चले इस तीन दिवसीय सघन अभियान में कुल 216 फरार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
अभियान का लक्ष्य और नेतृत्व
पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार, वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना के दिशा-निर्देशन में इस अभियान को अंजाम दिया गया। इसका नेतृत्व पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण), पटना, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और ग्रामीण क्षेत्रों के थानाध्यक्षों ने किया। अभियान का मुख्य फोकस हत्या, लूट, डकैती, हत्या के प्रयास और अन्य गंभीर अपराधों में शामिल अपराधियों की धरपकड़ पर था, जो लंबे समय से फरार चल रहे थे। यह कार्रवाई बिहार पुलिस की अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दर्शाती है।
गिरफ्तारियों का ब्यौरा: अपराधियों पर कसा शिकंजा
“S-Drive” अभियान के दौरान विभिन्न अपराधों में की गई गिरफ्तारियों का विस्तृत विवरण इस प्रकार है:
* हत्या: 08 गिरफ्तारियां
* लूट: 01 गिरफ्तारी
* डकैती: 04 गिरफ्तारियां
* हत्या के प्रयास: 39 गिरफ्तारियां
* एस.सी./एस.टी. अधिनियम: 06 गिरफ्तारियां
* महिला उत्पीड़न: 03 गिरफ्तारियां
* गंभीर दंगा: 01 गिरफ्तारी
* पुलिस पर हमला: 10 गिरफ्तारियां
* मद्यनिषेध कांड: 15 गिरफ्तारियां
* अन्य कांड: 129 गिरफ्तारियां
कुल मिलाकर, तीन दिनों में 216 अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में अपराध नियंत्रण में बड़ी सफलता मिली है।
न्यायिक प्रक्रियाओं का भी हुआ निष्पादन
गिरफ्तारियों के अलावा, इस अभियान में कई महत्वपूर्ण न्यायिक प्रक्रियाओं को भी सफलतापूर्वक निष्पादित किया गया, जिससे लंबित मामलों को निपटाने में मदद मिली:
* जमानतीय वारंट का निष्पादन: 43
* अजमानतीय वारंट का निष्पादन: 118
* इश्तेहार का निष्पादन: 03
* कुर्की का निष्पादन: 05
* माननीय न्यायालय में आत्मसमर्पण: 27
अपराध पर अंकुश लगाने की प्रतिबद्धता
पटना पुलिस का यह “समकालीन अभियान” एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। इसने न केवल बड़ी संख्या में फरार अपराधियों को पकड़ने में मदद की है, बल्कि न्यायिक प्रक्रियाओं के निष्पादन में भी तेजी लाई है। पुलिस प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अपराध और अपराधियों के प्रति कोई नरमी नहीं बरती जाएगी और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसे अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे। यह कार्रवाई ग्रामीण क्षेत्रों में जनता के बीच सुरक्षा और विश्वास की भावना को मजबूत करेगी।
रिपोर्ट: निरंजन कुमार सिंह