पटना: सितंबर में दुर्गा पूजा और अक्टूबर में दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहारों से पहले बिहार सरकार ने एक बड़ा तोहफा दिया है. अब दूसरे राज्यों में काम करने वाले बिहारियों को इन त्योहारों पर घर लौटने के लिए ट्रेनों और फ्लाइटों में टिकट की मारामारी नहीं झेलनी पड़ेगी. नीतीश सरकार ने बड़े पैमाने पर नई बसें चलाने का फैसला किया है, जिससे यात्रा आसान और आरामदायक हो सके.
नीतीश सरकार का बड़ा कदम, 299 नई बसें होंगी शुरू
त्योहारों के दौरान बिहार आने वाले लोगों की भारी भीड़ और उन्हें होने वाली परेशानियों को देखते हुए, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने 299 नई बसों को चलाने की घोषणा की है. यह फैसला 24 जून, 2025 को हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में लिया गया था. सरकार का लक्ष्य है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों से आने वाले यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.
करोड़ों की लागत से खरीदी जाएंगी बसें
बिहार सरकार इन बसों की खरीद पर105.82 करोड़ रुपये खर्च करेगी. इसमें 75 वातानुकूलित (AC) और 74 डीलक्स बसों की खरीद शामिल है. इसके अलावा, पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) के तहत 150 और एसी बसें चलाई जाएंगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट करके इस फैसले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सरकार लगातार लोगों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए काम कर रही है.
ट्रेन और फ्लाइट की भीड़ से मिलेगी राहत
अक्सर छठ, होली और दिवाली जैसे त्योहारों के समय ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं होती और फ्लाइट के टिकटों की कीमतें आसमान छूने लगती हैं. इस वजह से लोगों को काफी दिक्कतें होती हैं. इस नई बस सेवा से इन परेशानियों से बड़ी राहत मिलेगी. नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि राज्य सरकार त्योहारों के समय अधिक विशेष ट्रेनें चलाने के लिए केंद्र सरकार से भी अनुरोध करेगी.
इस पहल से उन लाखों लोगों को बड़ी राहत मिलेगी जो इन त्योहारों पर अपने घर परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं. यह बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार द्वारा दिया गया एक बड़ा तोहफा माना जा रहा है, जिससे यात्रियों को सहूलियत होगी और वे बिना किसी परेशानी के अपने घर पहुँच सकेंगे.
रिपोर्ट: मनीष कुमार