नीतीश राज में कानून-व्यवस्था का जनाज़ा निकल चुका है”: रोहिणी आचार्य

पटना: बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं के बीच लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने सीधे तौर पर कहा है कि “बिहार में कानून-व्यवस्था का जनाज़ा निकल चुका है।” उनके ये तीखे बयान राज्य भर में, खासकर राजधानी पटना में, अपराधों में हो रही बेतहाशा वृद्धि के बाद आए हैं, जहां आपराधिक गतिविधियां एक आम बात हो गई हैं।

आचार्य ने सोशल मीडिया पर साझा किए गए अपने बयान में अपराधियों की बढ़ती निर्भीकता पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने लिखा, “राजधानी पटना के साथ-साथ पूरे सूबे में बेलगाम अपराध का आलम तो कुछ ऐसा है कि अगर किसी दिन ये सुनने को मिले कि बेख़ौफ़ अपराधियों ने दिनदहाड़े किसी भी आवास में घुस कर किसी वारदात को अंजाम दे दिया तो कोई आश्चर्य नहीं होगा!!” यह बयान राज्य की बिगड़ती सुरक्षा व्यवस्था की एक गंभीर तस्वीर पेश करता है।

उन्होंने वर्तमान प्रशासन को “नक्करपेन की पराकाष्ठा” बताते हुए उसकी कड़ी आलोचना की। आचार्य ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार सरकार के संरक्षण में पुलिस और प्रशासनिक महकमा अपराध होने के बाद केवल “खानापूर्ति” कर रहा है। उन्होंने कहा, “घटनाओं के पश्चात महज खानापूर्ति के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगालना और जांच, अनुसंधान की खानापूर्ति करने से ज्यादा कुछ भी करने लायक नहीं रह गई है बिहार की पुलिस।” उनका इशारा पुलिस विभाग की व्यवस्थागत विफलता की ओर था जो अपराधों पर प्रभावी ढंग से लगाम लगाने में विफल है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि बिहार की पुलिस “कुछ भी करने लायक नहीं” रह गई है।

आचार्य ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पर भी निशाना साधा। उन्होंने उन पर आरोप लगाया कि वे कानून-व्यवस्था पर समीक्षा बैठकों के नाम पर केवल “औपचारिकता” पूरी करते हैं। उनके अनुसार, शीर्ष पुलिस अधिकारी और प्रशासन के लोग इन बैठकों में केवल “घिसी-पिटी, रटी-रटाई बातें दोहरा कर खुद अपनी पीठ थपथपा लेते हैं।”

रोहिणी आचार्य की यह आलोचना बिहार में बढ़ती अपराध दर और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सरकार की कथित अक्षमता पर आम जनता की बढ़ती चिंता को रेखांकित करती है। उनके इन बयानों से राज्य की सुरक्षा स्थिति को लेकर राजनीतिक बहस और तेज होने की संभावना है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार

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