पटना: चर्चित यूट्यूबर मनीष कश्यप ने आज जन सुराज पार्टी का दामन थाम लिया। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करते ही मनीष कश्यप ने बिहार की नीतीश सरकार पर ताबड़तोड़ हमले किए। उन्होंने राज्य में बढ़ते अपराध, बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था और गिरती शिक्षा के स्तर को लेकर सरकार को जमकर घेरा।
नए राजनीतिक अध्याय का सूत्रपात
बिहार के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य में एक नया अध्याय जुड़ गया है। सोशल मीडिया पर अपनी बेबाक राय और रिपोर्टिंग के लिए जाने जाने वाले यूट्यूबर मनीष कश्यप ने सोमवार को प्रशांत किशोर के जन सुराज अभियान में शामिल होकर सबको चौंका दिया। इस मौके पर उन्होंने बिहार की मौजूदा सरकार को आड़े हाथों लिया और राज्य की ज्वलंत समस्याओं को प्रमुखता से उठाया।
मनीष कश्यप का हमला-अपराध बेलगाम, सरकार विफल
जन सुराज की सदस्यता ग्रहण करने के बाद मनीष कश्यप ने बिहार सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में आज अपराधी बेलगाम हो चुके हैं। सरेआम नेता और व्यापारियों की हत्याएं हो रही हैं, लेकिन सरकार चुप बैठी है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की लचर स्थिति और शिक्षा के गिरते स्तर पर भी गहरी चिंता व्यक्त की। कश्यप ने जोर देकर कहा कि बिहार में आम आदमी असुरक्षित महसूस कर रहा है और सरकार इन मुद्दों पर पूरी तरह विफल रही है।
प्रशांत किशोर का समर्थन, कहा-मनीष एक साधारण परिवार का लड़का
वहीं, जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मनीष कश्यप का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा, मनीष कश्यप हमारे लिए सिर्फ एक यूट्यूबर नहीं हैं, बल्कि वे बिहार के एक साधारण परिवार के लड़के हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और क्षमता के दम पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि मनीष कश्यप में बिहार को बदलने की क्षमता है और जन सुराज उनके साथ मिलकर बिहार के भविष्य को संवारेगा। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति का पार्टी में शामिल होना नहीं, बल्कि बिहार के बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बिहार की राजनीति में नया समीकरण?
मनीष कश्यप का जन सुराज में शामिल होना बिहार की राजनीति में एक नए समीकरण का संकेत दे रहा है। एक ओर जहां मनीष कश्यप अपनी लोकप्रियता और मुखर आवाज के साथ जन सुराज को मजबूती देंगे, वहीं प्रशांत किशोर का अनुभव और रणनीतिक कौशल बिहार में एक वैकल्पिक राजनीतिक मंच तैयार करने में सहायक हो सकता है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह गठबंधन बिहार की राजनीति में कितना प्रभाव डाल पाता है और क्या वे बिहार के लोगों की उम्मीदों पर खरे उतर पाते हैं।
रिपोर्ट : गौरव कुमार