पटना: चुनावी वर्ष में बिहार की एनडीए सरकार ने कृषि क्षेत्र को मजबूती देने के लिए एक साथ कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना में आयोजित एक समारोह में कृषि विभाग में नवनियुक्त 315 प्रखंड उद्यान पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर उन्होंने कृषि अनुसंधान और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय की आधारशिला रखी और किसानों के लिए ‘बिहार कृषि’ नामक एक व्यापक मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया।
नियुक्ति पत्र वितरण
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कृषि भवन में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित 315 अभ्यर्थियों को प्रखंड उद्यान पदाधिकारी के पद पर नियुक्ति पत्र प्रदान किए। उल्लेखनीय है कि नियुक्त होने वाले अभ्यर्थियों में 150 महिलाएं हैं, जो राज्य सरकार की महिला सशक्तिकरण की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस अवसर पर कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री विजय कुमार चौधरी, मंगल पांडे और जयंत राज सहित कृषि विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
कृषि अवसंरचना का विकास
मुख्यमंत्री ने आरा (भोजपुर) में 144.72 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय की नींव पटना से ही ऑनलाइन माध्यम से रखी। इस महाविद्यालय का उद्देश्य कृषि अभियंत्रण के क्षेत्र में उच्च शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देना है। इसके अतिरिक्त, राज्य के 62 अनुमंडल स्तर पर नए कृषि भवनों के निर्माण कार्य का भी शिलान्यास किया गया। ये भवन किसानों को विभिन्न कृषि संबंधी सेवाओं और सूचनाओं तक पहुंचने में सुविधा प्रदान करेंगे।
बिहार कृषि’ मोबाइल ऐप का शुभारंभ
किसानों को कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं और सेवाओं की जानकारी आसानी से उपलब्ध कराने के लिए ‘बिहार कृषि’ मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया। कृषि विभाग के सचिव संजय अग्रवाल ने इस ऐप की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह किसानों को योजनाओं में आवेदन करने, उनकी स्थिति जानने, स्वीकृति और भुगतान संबंधी जानकारी प्राप्त करने में मदद करेगा। ऐप में किसानों के लिए एक डिजिटल पासबुक की सुविधा भी है, जिसमें उन्हें प्राप्त सभी लाभ, अनुदान और आवेदन की स्थिति का रिकॉर्ड मिलेगा इसके अतिरिक्त, ऐप पर पौधा संरक्षण संबंधी सलाह, फसलों के बाजार मूल्य, मृदा स्वास्थ्य कार्ड और मौसम की जानकारी भी उपलब्ध रहेगी। बिहार कृषि रेडियो भी इस ऐप का हिस्सा है।
खरीफ महाभियान 2025 की शुरुआत
मुख्यमंत्री ने कृषि भवन परिसर से किसान जागरूकता वाहनों को हरी झंडी दिखाकर खरीफ महाभियान 2025 का शुभारंभ किया। ये वाहन राज्य के विभिन्न हिस्सों में घूमकर किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों और सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे, साथ ही उनकी समस्याओं का समाधान करने में भी मदद करेंगे।
बिहार सरकार द्वारा उठाए गए ये कदम राज्य के कृषि क्षेत्र के विकास और किसानों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। नवनियुक्त उद्यान पदाधिकारी किसानों को तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे, जबकि नई कृषि अवसंरचना और ‘बिहार कृषि’ मोबाइल ऐप उन्हें सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। खरीफ महाभियान 2025 के माध्यम से किसानों तक नवीनतम जानकारी और तकनीक पहुंचाना सरकार की एक सराहनीय पहल है।
रिपोर्ट: गौरव कुमार के साथ पृथ्वीराज