पटना: झारखंड में हुई मूसलाधार बारिश के चलते बिहार की ओर बहने वाली नदियों का जलस्तर तेज़ी से बढ़ा है, जिससे राज्य में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि राज्य में आने वाली सभी नदियाँ, जिनमें गंगा प्रमुख है, बिहार के बाहर से पानी लाती हैं। चिंताजनक बात यह है कि बिहार का 73% इलाका बाढ़ संभावित क्षेत्र में आता है।
झारखंड से आए पानी के कारण नालंदा जिले के एकंगर सराय और नालंदा शहर, जहानाबाद और पटना के तहत लोकायन नदी, भुतही, धोवा, और महतमाइन नदी पर बने कुछ बांधों को नुकसान पहुंचा है। इन बांधों के क्षतिग्रस्त होने को लेकर बिहार सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है।
जल संसाधन विभाग ने इस लापरवाही के लिए तत्काल प्रभाव से कार्यपालक अभियंता और कनीय अभियंताओं को बर्खास्त कर दिया है।
मंत्री विजय कुमार चौधरी ने स्पष्ट किया कि सरकार इस तरह की लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी। स्थिति से निपटने के लिए विभाग ने तुरंत दो अतिरिक्त कार्यपालक अभियंता और दो सहायक अभियंता को प्रभावित कार्यस्थलों पर तैनात किया है। सरकार बाढ़ की स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रही है और क्षतिग्रस्त बांधों की मरम्मत का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। बिहार सरकार ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
रिपोर्ट: पृथ्वीराज