जहानाबाद : बिहार के जहानाबाद जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) कार्यालय में मंगलवार को विशेष निगरानी इकाई ने कार्रवाई करते हुए प्रधान सहायक लक्ष्मण यादव को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। हुलासगंज प्रखंड के कदौल संस्कृत विद्यालय में कार्यरत शिक्षक कौशल किशोर ने शिकायत की थी कि उनके 20 लाख रुपये के बकाया वेतन और भविष्य निधि (पीएफ) के भुगतान के लिए 10% राशि के रूप में रिश्वत की मांग की जा रही थी।
पटना जिले के बिहटा थाना क्षेत्र के जीनपुरा गांव के निवासी शिक्षक कौशल किशोर ने 26 मई को निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी कि प्रधान सहायक लक्ष्मण यादव ने कहा था कि जब तक 50,000 रुपये की रिश्वत नहीं दी जाएगी, तब तक उनका बकाया भुगतान नहीं किया जाएगा। शिकायत के सत्यापन के बाद, निगरानी विभाग ने डीएसपी सुधीर कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की। इस टीम ने मंगलवार को डीईओ कार्यालय में छापेमारी कर लक्ष्मण यादव को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
इस छापेमारी से डीईओ कार्यालय में हड़कंप मच गया और पूरे शिक्षा विभाग में खलबली मच गई। निगरानी विभाग ने लक्ष्मण यादव के कब्जे से पूरी रिश्वत राशि बरामद कर ली है और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
निगरानी विभाग ने आम जनता से अपील की है कि यदि कोई लोक सेवक काम के बदले रिश्वत मांगता है, तो इसकी शिकायत तुरंत विभाग के हेल्पलाइन नंबर 0612-2506253, 9431800122, या 9431800135 पर दर्ज करें. विभाग ने आश्वासन दिया है कि शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी और त्वरित कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियान का एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो सरकारी कार्यालयों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक सकारात्मक संदेश है।
रिपोर्ट : रविश कुमार