पहलगाम आतंकी हमले के बाद रद्द किए गए भारत-पाकिस्तान सिंधु जल संधि से पाकिस्तान में त्राहि-त्राहि मच गया है। पाकिस्तान के सिंध प्रदेश में लोग पानी की कमी को लेकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पाकिस्तानी संसद में भी पानी पर चर्चा हो रही है। इसका ताज़ा उदाहरण पाकिस्तान के एक सांसद के बयान से आया है।
इमरान के सांसद का बयान,पीएम शरीफ डिफ्यूज करें “वाटर बॉम्ब”
शुक्रवार को इमरान खान की पार्टी तहरीक ए इंसाफ के सांसद सईद अली जाफर का पाकिस्तानी संसद में दिया गया बयान वायरल हो गया। इस बयान में वो पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ को बता रहे थे कि पाकिस्तान में हो रहे पानी की समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया तो पाकिस्तान को भूख और प्यास का सामना करना पड़े सकता है। उन्होंने कहा इंडस बेसिन पाकिस्तान की लाइफ लाइन है,पाकिस्तान में 75 प्रतिशत पानी बाहर से आता है। पाकिस्तान में 10 में से 9 लोग इसी पानी का इस्तेमाल कर के अपनी जिंदगी बसर कर रहे हैं। पाकिस्तान के 90% फसल की सिंचाई इसी पानी पर निर्भर करती है। यहाँ के पावर प्रोजेक्ट्स, बांध भी इसी पानी पर बने हैं। भारत द्वारा रद्द किए गए सिंधु जल संधि को “वाटर बॉम्ब” का नाम दे कर पाकिस्तानी सांसद ने पीएम शरीफ से गुहार लगाई कि इस बॉम्ब को डिफ्यूज किया जाए।
एक महीने के अंदर बदला पाकिस्तान के सुर
सिंधु जल संधि रद्द किए जाने के बाद धीरे-धीरे पकिस्तानियों के सुर बदलते नजर या रहे हैं। पहलगाम हमले के बाद जब भारत सरकार ने सिंधु जल संधि रद्द किया था तब पाकिस्तान धमकियां दे रहा था। पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता अहमद शरीफ चौधरी ने कहा था कि तुम(भारत) अगर पानी बंद करोगे तो हम तुम्हारी सांसें बंद कर देंगे। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने जहर उगलते हुए कहा था कि “सिंधु हमारा है और रहेगा,इस दरिया में या तो हमारा पानी बहेगा, या उनका खून”। लेकिन एक महीने के अंदर भारत ने ऐसे हालत बदले हैं कि पाकिस्तान पैसे के साथ-साथ पानी की भी भीख मांगने को मजबूर है।
रिपोर्ट : मनीष कुमार