पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में हाल ही में हुई भारी बारिश के बाद बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। नवीनतम जानकारी के अनुसार, इस बाढ़ और भूस्खलन के कारण असम,मणिपुर,सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों में बाढ़ से जनजीवन प्रभावित हुआ है। इस बाढ़ से करीब 6 लाख प्रभावित हुए हैं।
असम सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य
असम में स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। 22 जिलों में 5.35 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, और बाढ़ से संबंधित घटनाओं में 11 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य की 15 नदियां उफान पर हैं, और 12,610 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि जलमग्न हो गई है। कई गांवों का संपर्क टूट गया है और लोग राहत के इंतजार में हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रधानमंत्री को बाढ़ से प्रभावित लोगों और राज्य में उठाये जा रहे कदमों की जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि कैसे लगातार बारिश के कारण बाढ़ आई है और इससे कई लोगों की जान पर असर पड़ा है। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा दिए गए समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया है।
मणिपुर में लगातार बारिश से आई बाढ़ से लगभग 20,000 लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य में कुल मिलाकर 3,365 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सरकार ने इंफाल पूर्व में 31 राहत शिविर खोले हैं, जहां 19,811 लोगों को पहुंचाया गया है।
सिक्किम में भूस्खलन की वजह से तीन सैन्यकर्मियों की मौत हो गई है और छह सैनिक लापता हैं। कुल मिलाकर 32 लोगों की मौत हुई है।
प्रधानमंत्री का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर के राज्यों में बाढ़ की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने असम, सिक्किम और मणिपुर के मुख्यमंत्रियों से फोन पर बात की और स्थिति का जायजा लिया। प्रधानमंत्री ने उन्हें केंद्र की ओर से हर संभव मदद और समर्थन का आश्वासन दिया है।
केंद्र और राज्य सरकारों की टीमें, जिनमें NDRF और SDRF शामिल हैं, बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत कार्यों में लगी हुई हैं। भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से बंद रास्तों और खराब मौसम के बीच कई जगह बचाव और राहत के कार्यों में दिक्कतें भी आ रही हैं।
रिपोर्ट: मनीष कुमार