छपरा: बिहार के छपरा में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। छपरा नगर निगम में कार्यरत एक क्लर्क को निगरानी टीम ने मंगलवार को ₹60,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने एक रिटायर सफाई निरीक्षक के पेंशन भुगतान के एवज में ₹1.20 लाख की रिश्वत की मांग की थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, नगर निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारी राजनाथ राय, जो 31 मई को सफाई निरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे, को अपने पेंशन निर्धारण के लिए लिपिक सूर्यमोहन यादव से संपर्क करना पड़ा। राजनाथ राय का आरोप है कि लिपिक सूर्यमोहन यादव ने उनके पेंशन भुगतान के लिए ₹1.20 लाख की रिश्वत की मांग की थी बातचीत के बाद दोनों पक्षों में ₹1.20 लाख पर समझौता हुआ था, जिसमें पहली किस्त के रूप में ₹60,000 दिए जाने थे।
राजनाथ राय ने इस संबंध में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत के सत्यापन के बाद निगरानी की टीम ने मंगलवार को जाल बिछाया। और जैसे ही राजनाथ राय पहली किस्त के तौर पर ₹60,000 सूर्यमोहन यादव को दे रहे थे, निगरानी की टीम ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया।
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की डीएसपी रीता सिन्हा ने बताया कि शिकायतकर्ता राजनाथ राय को नगर निगम से करीब ₹13.5 लाख का भुगतान होना था। लिपिक सूर्यमोहन यादव ने इस भुगतान के लिए उनसे ₹1.30 लाख की रिश्वत मांगी थी, हालांकि बाद में ₹1.20 लाख पर सहमति बनी थी। उन्होंने पुष्टि की कि मंगलवार को पहली किस्त के तौर पर ₹60,000 लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
निगरानी की टीम ने आरोपी क्लर्क सूर्यमोहन यादव को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई से सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
रिपोर्ट: गौरव कुमार