पटना : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे सुशील कुमार मोदी की यादों को चिरस्थायी बनाने के लिए पटना में एक भव्य स्मारक का निर्माण किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने उनकी जयंती के अवसर पर यह महत्वपूर्ण घोषणा की, जिस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपनी सहमति जताई है। यह स्मारक न केवल सुशील मोदी के राजनीतिक और सामाजिक योगदान को श्रद्धांजलि देगा बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेगा।
सुशील कुमार मोदी बिहार की राजनीति में एक कद्दावर शख्सियत थे। उन्होंने लंबे समय तक उपमुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की सेवा की और विकास कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई। एक कुशल प्रशासक और जननेता के रूप में उनकी पहचान थी। उनके निधन से बिहार की राजनीति में एक खालीपन आ गया है। उनकी सेवाओं और समर्पण को चिरस्थायी बनाने के उद्देश्य से ही राज्य सरकार ने उनकी स्मृति में स्मारक बनाने का निर्णय लिया है।

उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सुशील मोदी की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में इस पहल की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह स्मारक पटना में एक प्रमुख स्थान पर स्थापित किया जाएगा और यह उनकी सादगी, ईमानदारी और सार्वजनिक सेवा के प्रति उनके अटूट समर्पण को प्रतिबिंबित करेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है।
प्रस्तावित स्मारक में सुशील मोदी के जीवन और कार्यों को दर्शाने वाला एक संग्रहालय, एक पुस्तकालय जहाँ उनके विचारों और योगदान से संबंधित साहित्य उपलब्ध होगा, और एक सभागार जहाँ विभिन्न सामाजिक और शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित किए जा सकेंगे, जैसी सुविधाएं शामिल हो सकती हैं। इसका उद्देश्य न केवल उनकी स्मृति को संजोना है, बल्कि युवाओं को उनके आदर्शों से प्रेरित करना भी है।
सुशील कुमार मोदी का स्मारक उनकी राजनीतिक यात्रा और बिहार के विकास में उनके अमूल्य योगदान का जीवंत प्रमाण होगा। यह स्थल न केवल उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने का केंद्र बनेगा, बल्कि आम लोगों और खासकर युवा पीढ़ी को सार्वजनिक जीवन में सत्यनिष्ठा और समर्पण के मूल्यों को अपनाने के लिए भी प्रेरित करेगा। सरकार और सुशील मोदी के परिवार के सदस्य अब इस महत्वाकांक्षी परियोजना को साकार करने की दिशा में मिलकर काम करेंगे।
रिपोर्ट : गौरव कुमार