बिहार के शिक्षा परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। राज्य सरकार ने 14 जिलों में कुल 16 नए केंद्रीय विद्यालय खोलने की योजना तैयार की है। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने सभी संबंधित जिलों के डीएम से भूमि उपलब्धता और अन्य आवश्यक जानकारी को लेकर रिपोर्ट मांगी है। नए केंद्रीय विद्यालयों के खुलने के बाद बिहार में केंद्रीय विद्यालयों की कुल संख्या बढ़कर 69 हो जाएगी, जो वर्तमान में 53 है।
किन जिलों को मिलेगा लाभ?
यह विस्तार राज्य के विभिन्न हिस्सों में छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में सहायक होगा। जानकारी के अनुसार, पटना और नालंदा जिले में दो-दो केंद्रीय विद्यालय खोले जाएंगे, जबकि शेष 12 जिलों में एक-एक केंद्रीय विद्यालय स्थापित किया जाएगा। इन जिलों में मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर, पूर्णिया, मुंगेर, कैमूर, भोजपुर, मधेपुरा, मधुबनी, दरभंगा, शेखपुरा और अरवल शामिल हैं। विशेष रूप से, मुजफ्फरपुर जिले को तीसरा केंद्रीय विद्यालय मिलेगा, जो बेला औद्योगिक क्षेत्र में बनाया जाएगा।
योजना का उद्देश्य और प्रभाव:
यह पहल राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता और पहुंच को बेहतर बनाने के सरकार के गंभीर प्रयासों का हिस्सा है। केंद्रीय विद्यालय केंद्रीय कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा के लिए स्थापित किए गए थे, लेकिन अब आम नागरिकों के बच्चे भी इनमें शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। इन नए विद्यालयों के खुलने से बड़ी संख्या में छात्रों को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम के तहत राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। इससे न केवल शैक्षिक अवसरों में वृद्धि होगी, बल्कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच शिक्षा के अंतर को कम करने में भी मदद मिलेगी।
शिक्षा विभाग ने जिला अधिकारियों को एक महीने के भीतर उपयुक्त भूमि का चयन कर प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया है, ताकि निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जा सके। इस कदम से बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति होने की उम्मीद है।
रिपोर्ट: मनीष कुमार