पटना :बिहार में अगले 2-3 दिनों बिगड़ने वाला है मौसम का मिजाज, इसके लिए मौसम विभाग चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार, वर्तमान में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और निचले स्तर पर पूर्वी बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं के प्रभाव के कारण राज्य के अधिकांश हिस्सों में मौसम का मिजाज बिगड़ा रहेगा। पूर्वानुमानों के अनुसार, यह मौसम प्रणाती अगले २4 घंटों के दौरान धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ सकती है और इसके उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक डिप्रैशन (अवदाब) के रूप में विकसित होने की संभावना है।
कहाँ कहाँ पड़ेगा असर ?
उक्त मौसमी प्रणाली के प्रभाव के कारण आगामी 2-3 दिनों के दौरान बिहार के किशनगंज, पूर्णिया, अररिया, कटिहार, भागलपुर तथा बांका जिलों के कुछ स्थानों पर गरज के साथ वज्रपात, भारी वर्षा और 30 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज़ हवाएं चलने की संभावना है।
संभावित खतरे क्या हैं ?
मौसम विभाग के अनुसार भारी वर्षा के कारण कृषि फसलों, विशेषकर धान की फसल को नुकसान पहुंच सकता है। किसानों को सतर्क रहने और आवश्यक उपाय करने की सलाह दी गई है। इसके साथ हीं निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे स्थानीय आवागमन, दैनिक जनजीवन और स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रभाव पड़ सकता है। वज्रपात और तेज़ हवाओं के कारण पेड़ गिरने, बिजली के खंभे गिरने और अस्थायी ढांचों को नुकसान पहुंचने की संभावना है, जिससे घरेलू विस्थापन और आश्रय संकट उत्पन्न हो सकता है। मौसम विभाग ने सभी नागरिकों से सतर्क रहने, सुरक्षित स्थानों पर रहने और आपातकालीन स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करने की अपील की है।
क्या करें क्या ना करें
बिहार में मानसून की दस्तक के साथ ही, खराब मौसम से होने वाले खतरों को देखते हुए मौसम विभाग ने आम जनता के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों का पालन कर जान-माल के नुकसान से बचा जा सकता है।
क्या करें – तूफान या तेज हवा की आशंका होने पर तुरंत किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाएं। खुले मैदान, ऊँचे स्थान, नदियों के किनारे रहना खतरनाक हो सकता है। सामान्य कार्य तभी करें जब मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए आँकडे और चेतावनियाँ सामान्य स्थिति का संकेत दें। यदि आप कहीं फंस गए हैं और सुरक्षित आश्रय उपलब्ध नहीं है, तो अपने पैरों को एक साथ जोड़कर ज़मीन पर बैठें, लेकिन ज़मीन पर लेटने से बचें। इससे शरीर के माध्यम से बिजली का प्रवाह कम हो सकता है। खराब मौसम में सभी बिजली वाले उपकरण बंद कर दें और मुख्य स्विच से उन्हें हटाना बेहतर होगा। टीवी, कंप्यूटर, माइक्रोवेव आदि को बिजली के झटकों से बचाने के लिए यह आवश्यक है।
क्या न करें – पेड़ों के नीचे खड़े न हों, पेड़ों के नीचे खड़ा होना अत्यंत खतरनाक है, विशेषकर अकेले खड़े ऊँचे पेड़। खराब मौसम के दौरान किसी भी कृषि गतिविधि से बचें, जैसे खेत जोतना, बुवाई, कटाई या कीटनाशक का छिड़काव। धातु से बने उपकरणों जैसे- बैट्री संचालित उपकरण, मोबाइल फोन, ट्रैक्टर, साइकिल और अन्य वाहन का उपयोग तूफान या बारिश के दौरान खतरनाक हो सकता है। इनसे दूर रहें।
रिपोर्ट : मनीष कुमार