भागलपुर: बिहार के भागलपुर जिले में परवल की अत्यधिक कम कीमत मिलने से परेशान किसानों ने अपनी तैयार फसल को खेतों में ही बर्बाद कर दिया। सोशल मीडिया पर वायराल इस वीडियो में देखा जा सकता है कि किसान अपनी फसल को खुद से बर्बाद कर रहे हैं। खबर के अनुसार, बाजार में परवल की कीमत मात्र ₹2 प्रति किलोग्राम तक गिर जाने से किसान बेहद निराश थे, जिसके बाद उन्होंने उपज को बेचने के बजाय नष्ट करना ही बेहतर समझा।
किसानों का कहना है कि ₹2 प्रति किलो की कीमत पर परवल बेचना उनके लिए लागत निकालना भी मुश्किल कर रहा है। बुवाई से लेकर सिंचाई, खाद, कीटनाशक और मजदूरी तक का खर्च इस कीमत पर पूरा नहीं हो पा रहा है। भागलपुर के कई प्रखंडों में परवल की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है और यह किसानों के लिए आय का एक प्रमुख स्रोत है।
एक स्थानीय किसान ने बताया, “हमने परवल की खेती में हजारों रुपये लगाए, लेकिन जब फसल तैयार हुई तो हमें ₹2 किलो का भाव मिल रहा है। इस दाम पर बेचने से तो हमें और नुकसान होगा।
इससे अच्छा है कि फसल को बर्बाद कर दिया जाए।” किसानों का यह कदम उनकी हताशा और कृषि उपज के लिए उचित मूल्य न मिलने की गहरी समस्या को दर्शाता है।
इस घटना ने एक बार फिर बिहार में कृषि विपणन प्रणाली की खामियों और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने में आ रही चुनौतियों को उजागर किया है। किसानों की मांग है कि सरकार कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) सुनिश्चित करे या बाजार हस्तक्षेप कर उन्हें नुकसान से बचाए। अन्यथा, ऐसी घटनाएं किसानों को खेती छोड़ने पर मजबूर कर सकती हैं, जिसका सीधा असर राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।
रिपोर्ट: मनीष कुमार