अहमदाबाद प्लेन क्रैश में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का दुखद निधन

अहमदबद प्लेन क्रैश में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का दुखद निधन

अहमदाबाद: अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई अन्तराष्ट्रिय हवाई अड्डा से लंदन के लिए उड़ी एयर इंडिया रन वे से टेक ऑफ के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। अहमदाबाद-लंदन एयर इंडिया के इस विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत 242 यात्री सवार थे, जिनमें से 169 भारतीय, 73 ब्रिटेन, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक थे। पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत सभी 241 यात्रियों की मौत हो गई है, जबकि दो यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया है।

विजय रुपाणी का जीवन परिचय 

गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी गुजरात की राजनीति में एक दशक से भी अधिक समय तक सक्रिय रहे और राज्य के मुख्यमंत्री पद को सुशोभित करने वाले विजय रूपाणी का राजनीतिक सफर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। आम कार्यकर्ता से लेकर राज्य के सर्वोच्च पद तक पहुंचने की उनकी यात्रा कई लोगों के लिए प्रेरणा रही है।

म्यांमार से राजकोट तक का सफर:
2 अगस्त, 1956 को म्यांमार के रंगून (वर्तमान यांगून) में जन्मे विजय रूपाणी का परिवार राजनीतिक अस्थिरता के कारण 1960 में भारत लौट आया और राजकोट में स्थायी रूप से बस गया। उनकी प्रारंभिक शिक्षा और युवा जीवन इसी शहर में बीता।

शिक्षा और छात्र राजनीति में सक्रियता:
रूपाणी ने सौराष्ट्र विश्वविद्यालय से कला में स्नातक (BA) की डिग्री प्राप्त की और बाद में राजकोट के ए. एम. पी लॉ कॉलेज से विधि स्नातक (LL.B) की उपाधि हासिल की। छात्र जीवन से ही वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े रहे, जिसने उनकी राजनीतिक नींव को मजबूत किया।

स्थानीय निकाय से मुख्यमंत्री तक का उत्थान:

पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की अंतिम फोटो

उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत 1987 में राजकोट नगर निगम में कॉर्पोरेटर के रूप में हुई। उनकी संगठनात्मक क्षमता और जनसंपर्क ने उन्हें जल्द ही पहचान दिलाई और 1996 में वे राजकोट के मेयर बने। 2006 में उन्हें गुजरात टूरिज्म का चेयरमैन नियुक्त किया गया और उसी वर्ष उन्हें राज्यसभा सांसद के रूप में संसद भेजा गया।
राज्य की राजनीति में उनका बड़ा प्रवेश 2014 में हुआ, जब उन्होंने राजकोट पश्चिम से विधानसभा उपचुनाव जीता। आनंदीबेन पटेल के नेतृत्व वाली सरकार में उन्हें परिवहन, जल आपूर्ति, श्रम और रोजगार जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी गई।

मुख्यमंत्री पद का चुनौतीपूर्ण कार्यकाल:
7 अगस्त, 2016 को, आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद, विजय रूपाणी को गुजरात का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। उनके नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2017 के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की, जो उनके कार्यकाल की एक बड़ी उपलब्धि थी। मुख्यमंत्री के रूप में, उन्होंने राज्य के विकास और सुशासन के लिए कई नीतियां लागू कीं।

हालांकि,11 सितंबर, 2021 को, उन्होंने अप्रत्याशित रूप से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद, भूपेंद्र पटेल ने मुख्यमंत्री का पद संभाला।
विजय रूपाणी एक मृदुभाषी और सुलझे हुए नेता के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने अपने सार्वजनिक जीवन में विभिन्न भूमिकाओं में सक्रिय योगदान दिया है और वे आज भी गुजरात की राजनीति में एक महत्वपूर्ण हस्ती बने हुए हैं।

रिपोर्ट: मनीष कुमार 

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