पटना: निर्दलीय कांग्रेस समर्थित सांसद पप्पू यादव ने बिहार की राजनीति और स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बिहार विधानसभा का चुनाव कांग्रेस के नेतृत्व में लड़ा जाना चाहिए और पार्टी को कम से कम 100 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने एनएमसीएच में चूहों के आतंक के लिए तेजस्वी यादव और मंगल पांडे दोनों को जिम्मेदार ठहराया और तत्काल प्राइवेट डॉक्टरी पर रोक लगाने व अवैध नर्सिंग होम बंद करने की मांग की।
सांसद पप्पू यादव ने आज मीडिया से बात करते हुए बिहार की राजनीतिक दिशा और बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था पर अपनी बेबाबा राय रखी। उन्होंने जोर देकर कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में होना चाहिए। उनका मानना है कि कांग्रेस को कम से कम 100 सीटों पर अपनी दावेदारी पेश करनी चाहिए ताकि एक मजबूत और स्थिर सरकार बन सके।
स्वास्थ्य व्यवस्था पर बोलते हुए, पप्पू यादव ने पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (NMCH) में चूहों के आतंक पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने इस स्थिति के लिए वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के साथ-साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि “चलेगा” की कोई बात नहीं है, बल्कि व्यवस्था में तत्काल सुधार की आवश्यकता है।
पप्पू यादव ने बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए कुछ ठोस सुझाव भी दिए। उन्होंने मांग की कि तत्काल प्राइवेट डॉक्टरी पर रोक लगाई जानी चाहिए, जिससे मरीजों को शोषण से बचाया जा सके। साथ ही, उन्होंने राज्य में चल रहे सभी अवैध नर्सिंग होम को तत्काल बंद करने का आह्वान किया, जिससे मरीजों की सुरक्षा और उचित इलाज सुनिश्चित हो सके।
मुकेश साहनी के उपमुख्यमंत्री पद की दावेदारी पर पूछे जाने पर पप्पू यादव ने कहा कि यह उनका अधिकार है। उन्होंने कहा कि चूंकि साहनी गठबंधन में हैं, इसलिए वे अपनी मांग रख सकते हैं।
पप्पू यादव के इन बयानों से बिहार की राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। उनके बयान कांग्रेस के लिए आगामी चुनाव में एक नई दिशा का संकेत हो सकते हैं, वहीं स्वास्थ्य व्यवस्था पर उनकी टिप्पणी ने सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है। अब देखना होगा कि इन बयानों का बिहार की राजनीति और स्वास्थ्य नीतियों पर क्या प्रभाव पड़ता है।
Report : Prithviraj
Written by : Gaurav kumar