पटना: चर्चित यूट्यूबर और सामाजिक कार्यकर्ता मनीष कश्यप ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से अपना नाता तोड़ने की घोषणा कर दी है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे अब भाजपा के सदस्य नहीं हैं और अब बिहार और बिहारी जनता की लड़ाई लड़ने के लिए स्वतंत्र रूप से आगे बढ़ेंगे।
मनीष कश्यप ने कहा, “मैं अब भारतीय जनता पार्टी का सदस्य नहीं हूं। यह निर्णय मैंने सोच-समझकर लिया है। मैं चनपटिया गया था, अपने क्षेत्र में घूमकर जनता से मिला, उनकी समस्याएं सुनीं। अब मुझे लगता है कि मुझे मजबूती से बिहार, बिहारी और पलायन जैसी समस्याओं के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।”
उन्होंने बताया कि जब वे पार्टी में थे तब भी वे मजदूरों के मुद्दों पर आवाज उठाते रहे, लेकिन पार्टी के दायरे में रहकर वे इन मुद्दों को प्रभावी रूप से नहीं उठा पा रहे थे। मुझे लगा कि पार्टी में रहकर मैं खुद की भी मदद नहीं कर पा रहा हूं, तो फिर दूसरों की क्या करूंगा।”
स्वास्थ्य व्यवस्था पर जताई नाराजगी
मनीष कश्यप ने बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर भी गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, “मैं अब स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के खिलाफ खुलकर आवाज उठाऊंगा। मेरी लड़ाई किसी व्यक्ति से नहीं बल्कि उस कुर्सी से है जहां बैठकर गरीबों की उपेक्षा की जा रही है।”
उन्होंने मुजफ्फरपुर की एक बच्ची के साथ हुई घटना का उल्लेख करते हुए स्वास्थ्य व्यवस्था में भारी लापरवाही के आरोप लगाए।
नए राजनीतिक विकल्प के संकेत
भाजपा छोड़ने के बाद मनीष कश्यप ने भविष्य की राजनीतिक दिशा को लेकर जनता से राय मांगी। उन्होंने कहा, “अब क्या एक नया प्लेटफार्म बनाया जाए? नया बिहार, ब्रांड बिहार की बात की जाए? या किसी अन्य दल के साथ जुड़कर लड़ाई लड़ी जाए? यह फैसला आप लोग बताइए।”
समर्थकों से माफी और धन्यवाद
मनीष ने अपने समर्थकों से माफी भी मांगी और धन्यवाद कहा। “जिन लोगों को इस फैसले से दुख पहुंचा है, उनसे मैं हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। मैंने पार्टी के लिए तन-मन-धन सब समर्पित किया था, लेकिन अब मेरा कर्तव्य है कि मैं बिहार के लिए पूरी ताकत से लड़ूं। उन्होंने कहा कि वे मर्यादा में रहकर काम करेंगे और किसी भी व्यक्ति विशेष पर व्यक्तिगत आरोप नहीं लगाएंगे।
रिपोर्ट: मनीष कुमार